Posts

Showing posts from June, 2019

Vyakti vishesh ke liye vashikaran prayog

वशीकरण मंत्र षट्कर्म प्रयोगों की अपनी ही एक उपयोगिता हैं और उनका निर्माण भी मानव जीवन को सुखमय और उन्नति युक्त बनाये रखने के लिए हुआ हैं, यह जरुर हैं की किस भावना और उदेश्य को लेकर इन प्रयोगों को किया जाए, उस पर व्यक्ति की अपनी  ही एक सोच  और कारण हो़ता हैं,एक योग्य साधक परिस्थति के अनुसार निर्णय कर अपने आप को जब उपयुक्त समझता हैं तब इन विधाओ का प्रयोग करता हैं न की किसी के  उकसावे मे आकर या  किसी भावना के वश मे होकर क्योंकि प्रभाव तो होता ही हैं .   इन षट्कर्म प्रयोग मे एक प्रयोग हैं  वशीकरण ..यूँ  तो कहा भी गया हैं वशीकरण एक मंत्र हैं तज दे  वचन कठोर .पर हर जगह हर परिस्थितयों मे  तो यह बात नही हो सकती हैं न ..कई की बार ऐसी परिस्थितयां बन् जाती हैं की  व्यक्ति के हाथ मे प्रयास मात्र  इतने से कुछ नही होता बल्कि  उसे साधना का भी सहयोग लेना ही पड़ता  हैं,और साधना का मतलब ही हैं की जो  मर्यादानुकूल,सामाजिक नियमानुकुल हो उसे यदि वह भाग्य मे न हो  तो भी उसे प्राप्त कर लेना. वशीकरण साधनाओ  को बहुत ही हेय दृष्टी से देखा जाता हैं कारण भी हैं क्योंकि अनेको ने इस साधनाओ का  दुरुपयोग ही ज्यादा

vashikaran prayog

~~~~~~~~~~~~~~       तंत्र के क्षेत्र में षट्कर्म के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण कर्म है वशीकरण. साधारण जन मानस भले ही इस कर्म को भय के नज़रिए से देखे लेकिन इसको उपयोगिता और आज के समय में इसकी अनिवार्यता से कोई अभी अनभिज्ञ नहीं है. क्यों की पुरातन काल की अपेक्षा, व्यभिचार आज चारों तरफ अधिक मात्र में प्रसारित हो चूका है तथा मनुष्य सदैव सतत भय से घिरा हुआ जीवन जीने के लिए बाध्य हो गया है. स्वार्थ परास्त के कारण व्यक्ति आज किसी का भी अहित करने से पहले एक क्षण रुक कर सोच नहीं रहा है. इसी अंधी दौडमें हमेशा ही असुरक्षा का अहेसास होना पूर्ण रूपेण स्वाभाविक मानस अवस्था है. आज के समय में इसी लिए व्यक्ति का चिंतन एक नीरस जीवन जीने की कल्पना से हमेशा ही सुख से अछूता ही रहता चला जाता है. और फिर विविध समस्याओ से घिरा हुआ व्यक्ति अपने आप को निसहाय सा अनुभव करने लगता है. निश्चय ही यह स्थिति अयोग्य है लेकिन इस स्थिति क्रम का प्रादुर्भाव वस्तुतः हमारे कारण ही तो हुआ है. अगर समस्या है तो निश्चय ही उसका समाधान भी है. और इसी लिए हमारे प्राचीन ऋषि मुनियों ने देव शक्ति को अपनाया था; जहां पर हमारी शक्ति सिमित है व

ग्रहण और गुप्त नवरात्रि मंत्र साधना.

Image
ग्रहण और गुप्त नवरात्रि मंत्र साधना. अब समय इतना बदल गया के एक आर्टिकल लिखना है तो बहोत ज्यादा सोच समझकर लिखना पड़ता है,इंसान जब पैदा होता है तो उसका वजन ढाई किलो के आसपास होता है और मृत्यु के बाद भी जब हड्डियों को सिमटकर जल में बहाया जाता है तब भी उसका वजन ढाई किलो के आसपास ही होता है । जब पूरी जिंदगी घिस गई कुछ ना कुछ पाने में तो अब आप ही सोचो "क्या पाया और क्या खोया",अब तो थोड़ा समय निकालकर भगवान के चिंतन में भी लगा दो,शायद तुम्हारे जीवन मे कुछ अच्छा हो । 3 जुलाई को गुप्त नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है और ठीक उसके एक दिन पूर्व 2 तारीख को रात्रि में पूर्ण सूर्य ग्रहण है,ग्रहण एक ब्रम्हाण्डिय घटना है इसलिए वह किसी भी देश मे हो उसका असर सम्पूर्ण पृथ्वी लोक पर होता है । आवश्यक मंत्र साधना से जीवन के कमियों को पूर्ण करने हेतु इस गुप्त नवरात्रि के पावन अवसर पर माँ भगवती जगदंबा की आराधना की जाती है । ऐसा मौका कभी कभी मिलता है के नवरात्र के एक दिन पूर्व ग्रहण काल मे मंत्र सिद्धि करे और दूसरे दिन से 9 दिनों तक मंत्र जाप करके स्वयं को जीवन मे उन्नति के ओर आगे बढ़ाए । साधना सामग्री-1

वशिकरण तंत्र भाग -1

वशिकरण तंत्र,भाग-1. वशीकरण दो शब्द वशी और करण से बना एक संस्कृत वाक्यांश है | वशीकरण शब्द का अर्थ है- 1. दूसरों को अपने वश में करने,रखने अथवा लाने की क्रिया या भाव। 2. तंत्र में एक प्रकार का प्रयोग जिसमें मंत्र बल से किसी को अपने वश में किया या लगाया जाता है। 3. ऐसा साधन जिससे किसी को वशीभूत किया जा सके या किया जाता हो। वशीकरण के प्रयोग और लाभ- 1. दूसरों के साथ व्यवसायी और व्यक्तिगत संबंधों में सुधार करने के लिए। 2. दूसरों से एहसान जीतने के लिए उन पर दबाव और नियंत्रण लागू करने के लिए। 3. दूसरों पर एक अच्छा प्रभाव बनाने के लिए, और उनके दिल और दिमाग में प्यार और स्नेह का सृजन करने के लिए। 4. किसी के व्यक्तित्व और आकर्षण में सुधार करने के लिए, ध्यान आकर्षित करना और लोगों को आकर्षित करते है। आज के युग में, जूनियर और प्रतिद्वंद्वियों को नियंत्रित सहयोगियों और ग्राहकों को प्रभावित करने के लिए एक बैठक, सम्मेलन या साक्षात्कार के दौरान लोगों के एक समूह को प्रभावित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह बहुत फायदेमंद हो सकता है। प्रेमी / पत्नियों, या भटके प्रेमियों / पत्नियों को नियंत्रित

वशीकरण मंत्र (Vashikaran mantra)

वशीकरण मंत्र ।। ॐ नमो आदेश गुरु का शाखहुली वन में फूली इष्ट देख गवारिया फूली शाखहुली दो फूल हथेली हनुमंत बसे भैरू बसे कपाल सतयुग की मोहिंनी तूने मोहा सब संसार मैं भेजू जहा वहा जाए जिस जिसको चाहु मोहित कर लाए सोते को उठा लाए बैठे को चलाए लाए खड़े को दौडा लाए जब तक ना मिले अमुक हमसे चित्त में पड़े ना चैन इसी घड़ी इसी पल मेरा कहा मेरे उस्ताद का कहा  काम करके ना दिखाये तो शिव गौरा पारवती की आन मोहनिया वीर की आन,मेरी भक्ति गुरु की शक्ति कावर देश बंगाल की विद्या पूरी छू ।। : विधी:- किसी भी शनिवार की रात को साधक चावल, धूप, मौली, मिठाई लेकर वन में जाकर शंखाहुली को निमंत्रण देकर आए।फिर अगले दिन सवेरे स्नान करके सभी सामग्री शंखाहुली को अर्पित कर मंत्र का एक सौ ग्यारह बार जप करके उस बूटी को जड़ सहित उखाड़ लाए और घर आकर मंत्र का एक हजार एक सौ बार जप करके धूपादि जलाकर सिथ्द कर ले।जब प्रयोग करना हो तो जड़ को जेब में रख ले।वह जहॉ भी जाएगा, स्त्री - पुरुष उसके वश में हो जाएंगे। अन्य जानकारी प्राप्त करने हेतु आप मुझे संम्पर्क करे  gurubalaknath@gmail.com आप मुझे व्हाट्सएप कर सकते हैं +91-7499778160

सिंदूर सम्मोहन मंत्र

सिंदूर सम्मोहन मंत्र ओम नमो आदेश गुरु का। सिंदुर  की माया। सिंदूर नाम तेरी पत्ती। कामाख्या सिर पर तेरी उत्पत्ति। सिंदूर  पढ़ि मैं लगाऊं बिंदी। वश अमुक होके रहे निर्बुद्धी।महादेव की शक्ति। गुरु की भक्ति। न वशी हो तो कामरु कामाख्या  की दुहाई।आदेश हाड़ी दासी चंडी का।अमुक का मन लाओ निकाल। नहीं तो महादेव पिता का वाम पग जाये लाग। आदेश!  आदेश!! आदेश!!! विधी:- चांदी की एक डिब्बी में सिंदूर रखकर तथा डिब्बी  को हथेली पर रखकर इस मंत्र को एक सौं आठ बार जपकर अभिमंत्रित कर ले।फिर प्रयोग काल में मंत्र बोलकर फूंक मारे।इसकी ललाट पर बिंदी लगाकर साधक जिसे चाहे वशीभूत कर सकता है ।यह प्रयोग स्त्री या पुरुष कोइ भी कर सकता है। अन्य जानकारी प्राप्त करने हेतु आप मुझे संम्पर्क करे gurubalaknath@gmail.com आप मुझे व्हाट्सएप कर सकते हैं +91-7499778160

सर्व रोग नाशक मंत्र

सर्व रोग नाशक मंत्र मंत्र :- ओम नमो आदेश गुरू का काली कमली वाला श्याम उसको कहते है घनश्याम रोग नाशे शोक नाशे नही तो श्रीकृष्ण की आन राधा मीरा मनावे अमुक का रोग जावे छु विधी :- यह मंत्र सभी रोगो के शमनार्थ है जब कोई रोग समझ मे न आए तब ईस मंत्र को बोलकर झाडा देने से रोगी स्वस्थ होता है अन्य जानकारी प्राप्त करने हेतु आप मुझे संम्पर्क करे  gurubalaknath@gmail.com आप मुझे व्हाट्सएप कर सकते हैं +91-7499778160