सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि

सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि

सियार सिंगी का प्रयोग, सियार सिंगी की पहचान/फायदे, सियार सिंगी से वशीकरण- सियार सिंगी सियार या गीदड़ का सिंग होता है जो उसकी नाक के ऊपर निकल आता है. कहा जाता है कि सियार जब अपनी गर्दन ऊपर करके आवाज करता है तो उसकी नाक के ऊपर इस तरह का सिंग या हड्डी उभर आती है. इसे ही सियार सिंगी कहा जाता है. सियार सिंगी का तांत्रित क्रियाओं में बहुत महत्व है. इसके प्रयोग से कई चमत्कारिक लाभ होते हैं. सियार सिंगी को सिद्ध करने कि विधि से कई कामों को पूर्ण किया जा सकता है|

सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि

सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि

सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि के लिए कुछ तांत्रिक सियार का शिकार करते हैं, लेकिन ऐसा करना वर्जित है. अगर आप शिकार किये हुए सियार का सिंग अपने घर में रखते हैं तो इससे आपको बड़ी हानि ओर मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए सियार सिंगी को सिद्ध करने की करने के लिए किसी स्वाभाविक रूप से मरे सियार का ही सिंग प्रयोग में लाना चाहिए. इस तरह से जो सिंग प्राप्त किया जाता है वह बहुत अच्छे ओर तत्काल लाभ देने वाला होता है. सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि करने में असली ओर नकली सियार सिंगी कि पहचान करना बहुत ज़रूरी है. असली सियार सिंगी के आसपास बाल रहते हैं. इसे सिंदूर में रखना पड़ता है. सिंदूर में रखने पर ये सुरक्षित रहता है ओर इसके कारण इसके बाल बड़ने लगते हैं. सियार सिंगी बहुत ही दुर्लभ तांत्रिक प्रयोग की वस्तु है. ये हजारों सियार में से किसी एक के पास ही होती है. तांत्रिकों के पास सियार सिंगी आसानी से मिल जाती है. लेकिन एक तांत्रिक को सियार सिंगी को प्राप्त करने के लिए जंगल-जंगल भटकना पड़ता है|

सियार सिंगी को सिद्ध

सियार सिंगी अपने आप में बहुत ही चमत्कारिक प्रभाव उत्पन्न करने वाली होती है. इसके मात्र घर में रखने से सौभाग्य और उन्नति के नए द्वारा खुलने लगते हैं. जिन लोगों के घर में सियार सिंगी होता है उनका व्यापार में दिन ब दिन तरक्की होती रहती है. ऐसे लोगों के घर से दरिद्रता सदा के लिए विदा हो जाती है, उनके यश ओर वैभव में कभी कोई कमी नही आती. सियार सिंगी को घर में रखने पर शत्रु हथियार डाल देते हैं. आपके मार्गे में आने बाधाएं ध्वस्त होने लगती हैं. सियार सिंगी घर में रखने से यह हर तरह के संकट से आपकी बचाती है. चारों तरफ आपकी विजय पताका लहराने लगती है और आपका समाज में सम्मान होने लगता है. इसे घर में रखने से आपके संकल्प ओर वशीकरण की शक्ति में अभूतपूर्व वृद्धि होती है|

सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि के अंतर्गत दिवाली के पूर्व का समय उत्तम होता है. सियार सिंगी को होली पर भी सिद्ध किया जा सकता है. कई तांत्रिक सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि को गुप्त रखते हैं. यहाँ जो विधि आपको बताई जा रही है ये आसन है ओर आप इसके प्रयोग से जल्द ही लाभ प्राप्त कर सकते हैं. ये विधि इस प्रकार है –

दीपावली के त्यौहार पर धन तेरस के दिन एक जोड़ा सियार सिंगी का लें. अपने सम्मुख एक लाल रंग का कपड़ा बिछा दें और उस पर सियार सिंगी को स्थापित कर दें. इसके ऊपर थोड़ा सा गंगा जल छिड़क कर इसे शुद्ध कर लें. सियार सिंगी के सम्मुख एक सरसों के तेल का दिया प्रज्वलित कर दें. एक लाल रंग का कपड़ा बिछाकर आप भी उस पर बैठ जाएँ. अब सियार सिंगी के ऊपर कुछ चावल, पांच इलायची और पांच लौंग चढ़ाएं. ऐसा करने के बाद आप इस मन्त्र का 2100 बार उच्चारण करें.

मन्त्र – ओम चामुंडाय नम:

जब पूरा होने पर अग्नि में 21 बार गुग्गल कि आहुति दें. सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि को प्रतिदिन दिवाली तक करें. दीवाली के दिन इस मन्त्र का जाप सियार सिंगी के सामने 1100 बार करने से इसे सिद्ध किया जा सकता है. सियार सिद्धि मंत्र इस प्रकार है –

ओम नमो भगवती रुद्रानी चामुंडानि घोरानी सर्व पुरुष क्षोभनी सर्व शत्रु विद्रावनी

ओम आं क्रोम ह्रीं जों ह्रीं मोहाय मोहाय क्षोभय क्षोभय मम वशि कुरु वशि क्रीं श्रीं हीं क्रीं स्वः।।

मन्त्र उच्चारण संपन्न होने के बाद आप एक चांदी या ताम्बे की डिबिया लेकर उसमें इस सियार सिंगी को थोड़े से कपूर, मीठे सिंदूर, पांच लौंग और इलायची के साथ रख दें. अब ये सियार सिंगी सिद्ध हो चूका है. अब आप इसका तांत्रिक विधियों में प्रयोग कर सकते हैं. इस डिबिया में थोड़े से चावल और उड़द कि दाल के दाने भी डाल दें. इस डिबिया को प्रतिदिन पूजा के स्थान पर रखें. भूत प्रेत पिशाच और जन्नात आदि को शांत करने के लिए सियार सिंगी का प्रयोग बहुत असरदार होता है. अगर भूत शरीर में प्रवेश कर क्रोध कर रहा है तो उसके ऊपर इस डिबिया से उड़द के दाने निकाल कर डाल दें. ऐसा करने से भूत का क्रोध शांत हो जायेगा ओर वह शरीर छोड़कर भाग जायेगा|

सियार सिंगी का प्रयोग

इस सियार सिंगी को प्रयोग करने के लिए इसे डिबिया से बाहर निकाल कर मन्त्रों का विधिवत उच्चारण करें और माँ चामुंडा से कार्य सिद्धि हेतु निवेदन करें. सियार सिंगी वाली डिबिया में रखी इलायची का वशीकरण में प्रयोग किया जाता है. अगर आप किसी व्यक्ति को अपने वश में करना चाहते हैं या आप चाहते हैं कि वह आपके अनुरूप ही काम करे तो आप सियार सिंगी वाली डिबिया से कुछ इलायची निकाल कर उस व्यक्ति को खिला दें. अगर आप किसी दुश्मन के घर के सम्मुख या उसके ऊपर सियार सिंगी की डिबिया से निकाले गए उड़द के दाने डालेंगे तो उस व्यक्ति का सारा प्रभाव नष्ट हो जाएगा. सियार सिंगी का प्रयोग करते समय किसी सिद्ध ज्योतिषी या तांत्रिक की सलाह अवश्य लें|

सियार सिंगी से वशीकरण

किसी स्त्री को वश में करने के लिए उसकी मांग में सियार सिंगी का सिंदूर भरना काफी असरदार होता है. इस तरह का सिंदूर मांग में भरने पर स्त्री ताउम्र पति के प्रेम में आसक्त रहती हैं. अगर कोई स्त्री किसी पुरुष का वशीकरण करना चाहती है तो उसे इस सिंदूर को उस पुरुष के माथे पर डाल देना चाहिए. ऐसा करने पर पुरुष तुरंत ही स्त्री के प्रेम में पड़ जायेगा. आप चाहे तो सिद्ध किया हुआ सियार सिंगी प्राप्त कर सकते हैं या फिर सियार सिंगी को सिद्ध करने की विधि से इसे सिद्ध कर सकते हैं. इस विधि में अगर आप किसी गुरु या सिद्ध व्यक्ति का सहयोग लें तो कार्य सिद्धि बहुत ही सहज तरीके से संभव हो जाएगी|

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